उत्तराखंड में बिजली उपभोक्ताओं को एक बार फिर महंगाई झटका देने वाली है। बिजली के दामों में इजाफा होने के बाद उपभोक्ताओं की जेब में प्रतिमाह अतिरिक्त भार पड़ेगा। बिजली उपभोक्ताओं को बढ़े हुए बिजली के बिल मिलने शुरू हो जाएंगे। ऐसे में पहले से ही महंगाई की मार झेल रही आम जनता को बिजली के बढ़े हए दाम परेशान करेंगे।
बिजली के दाम एक बार फिर बढ़ा दिए गए। कोयला और गैस महंगी होने के कारण फ्यूल चार्ज एडजस्टमेंट के तहत बिजली दरों में औसत सात पैसे प्रति यूनिट का इजाफा हुआ है। ये दरें एक अक्तूबर से लागू होंगी। विद्युत नियामक आयोग हर तीन महीने में फ्यूल चार्ज एडजस्टमेंट के तहत दरें निर्धारित करता है।एक अक्तूबर से 31 दिसंबर के लिए एफसीए की दरें घोषित कर दी गई हैं। घरेलू उपभोक्ताओं से अब दस पैसे, कामर्शियल से 15 पैसे, सरकारी संस्थानों से 14 पैसे, प्राइवेट ट्यूबवेल से पांच पैसे, कृषि गतिविधियों से छह पैसे प्रति यूनिट अतिरिक्त वसूला जाएगा। एलटी उद्योग से 14 पैसे, एचटी उद्योग से 14 पैसे वसूला जाएगा। जो जुलाई से सितंबर के बीच वसूले गए एफसीए से औसत सात पैसे प्रति यूनिट अधिक है।