रुद्रप्रयाग। धनपुर पट्टी के गांवों को जिला मुख्यालय से जोड़ने वाला तूना-बौंठा मोटर मार्ग जानलेवा बना है। यहां सड़क पर गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क है पता नहीं चलता है। कई दुपहिया वाहन चालक घायल हो चुके हैं। साथ ही राहगीरों को भी खासी दिक्कत हो रही है। बावजूद कोई सुध लेने वाला नहीं है। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन और लोक निर्माण विभाग से मार्ग का सुधारीकरण कर हॉटमिक्स करने की मांग की है। लगभग डेढ़ दशक पूर्व प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के
तहत निर्मित दस किमी तूना-बौंठा मोटर मार्ग का शुरुआती दो किमी हिस्सा जानलेवा बना है। नए बस अड्डे से बिलोटा तक सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे हैं। साथ ही तिकोने पत्थर हैं, जिसमें वाहनों के रपटने का खतरा बना है। डांगसेरा से जीजीआईसी तक सड़क पर कई गड्ढे दो से तीन फीट तक लंबे और आधा फीट तक गहरे हैं।
गड्ढों में कई दुपहिया वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं। साथ ही राहगीरों को भी दिक्कत हो रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बुजुर्ग और बच्चों को पैदल चलने में भी खतरा बना है। जीजीआईसी के पीटीए अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सेमवाल, जगदीश भट्ट, गणेश सेमवाल, सामाजिक कार्यकर्ता राकेश मोहन बिष्ट, एसएस बिष्ट, विवेक सिंह, राजेंद्र सिंह का कहना है कि शासन-प्रशासन और लोक निर्माण विभाग को कई बार अवगत कराने पर भी मार्ग का सुधारीकरण नहीं किया जा रहा है।
इधर, लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड लोनिवि के अधिशासी अभियंता इंद्रजीत बोस का कहना है कि मार्ग का चरणबद्ध सुधारीकरण किया जाएगा। पहले चरण में डेढ़ सौ मीटर सड़क पर इंटरलॉक टाइल्स बिछाई जा रही है।