आज कौन सा ऐसा क्षेत्र है जहां महिलाएं अपनी सफलता के झंडे नहीं गाड़ रही हैं। चाहे वह सरकारी दफ्तर हो या फिर सफल कंपनियां। हर क्षेत्र में सफल होकर महिलाएं आज शानदार रोल मॉडल के रूप में काम कर रही हैं। ऐसा ही यूपीएससी एक्जाम का भी हाल है। आईपीएस अधिकारी शहनाज इलियास की सक्सेज स्टोरी आपको यूपीएससी परीक्षा पास करने के लिए मोटिवेट करेगी। शहनाज कॉलेज की पढ़ाई कंप्लीट करने के बाद सीधे फील्ड में आ गई और लगभग पांच साल तक आईटी सेक्टर में काम किया। हालांकि 9 से 5 के इस काम में उनका बिलकुल भी मन नहीं लग रहा है। ऐसे में वे कुछ ऐसा करना चाह रही थी जिससे समाज में बदलाव ला सके।
जब शहनाज मैटरनिटी लीव पर थीं और अपने समय का प्रभावी ढंग से इस्तेमाल करना चाहती थी तभी उनकी सरकार के लिए काम करने की इच्छा होने लगी। ऐसे में उन्होंने तमिलनाडु लोक सेवा आयोग की तैयारी शुरू कर दी। प्रेग्नेंसी में ही उन्होंने परीक्षा का पहला अटेंप्ट दिया। तैयारी के लिए केवल दो महीने मिलने के बाद भी उन्होंने पहले अटेंप्ट में ही प्री परीक्षा पास कर ली। इसके बाद उन्हें लगा कि उनके पास भारतीय सिविल सेवा में भी सफल होने का मौका है। बस फिर क्या था उन्होंने इस एक्जाम को भी देने की पूरी प्लानिंग कर ली लेकिन एक समस्या थी कि वह अपने बच्चे को कैसे संभालेंगी। ऐसे में शहनाज़ का परिवार उनके सपोर्ट में आया। शहनाज इलियास आखिरकार अपने पहले अटेंप्ट में यूपीएससी सीएसई 2020 कर लिया। उन्होंने ऑल इंडिया रैंक 217 हासिल की और आईपीएस बन गईं।