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DevBhoomi Insider Desk
• Mon, 24 Jul 2023 3:50 pm IST


उत्तराखंड की चार नदियां खतरे के निशान से उपर बह रहीं


उत्तराखंड में हो रही झमाझम बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सूबे में कई नदियां उफान पर हैं। कई इलाकों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। बारिश के कारण भूस्खलन और बोल्डर गिरने के कारण 330 से अधिक सड़कें बंद हो गई हैं। SDRF की टीमें रेस्क्यू के लिए तैनात की गई हैं।बन गंगा नदी सुबह 8 बजे हरिद्वार के रायसी में खतरे के निशान 230 मीटर को तोड़कर 230.87 मीटर पर बह रही थी। जबकि गौरी गंगा 987.39 मीटर के जल स्तर के साथ पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी में डेंजर लेवल से ऊपर चल रही। राज्य बाढ़ नियंत्रण विभाग ने बताया कि धारचूला में काली नदी का जल स्तर 889.30 मीटर था जो चेतावनी स्तर 889 मीटर से ऊपर बह रहा है। वहीं टोंस नदी का जल स्तर 1151.65 मीटर था जो उत्तरकाशी के मोरी में चेतावनी स्तर 1151.10 मीटर से ऊपर बह रहा था। राज्य आपातकालीन शमन केंद्र ने उत्तरकाशी जिला प्रशासन को सतर्क रहने का निर्देश दिया है। मोरी में टोंस नदी का जल स्तर चेतावनी स्तर को पार कर गया।राज्य में 24 घंटों में (रविवार सुबह 8.30 बजे तक) 12.5 बारिश दर्ज की गई। जिसमें सबसे ज्यादा पिथौरागढ में 26.6 मिमी, इसके बाद टिहरी गढ़वाल में 25.3 मिमी, अल्मोडा में 24 मिमी, बागेश्वर में 17.9 मिमी, नैनीताल में 34.7 मिमी और देहरादून जिले में 11.9 मिमी बारिश हुई। इस बीच भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) देहरादून केंद्र ने अगले चार दिनों के लिए मध्यम से भारी बारिश की भविष्यवाणी करते हुए सभी जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।केंद्रीय जल आयोग के आंकड़ों के अनुसार, रविवार सुबह 8 बजे हरिद्वार दूधिया मोड़ पर गंगा का जलस्तर 292.41 मीटर (डेंजर लेवल 293 मीटर), ऋषिकेश में गंगा का जलस्तर 338.92 मीटर दर्ज रहा। देवप्रयाग में गंगा का जलस्तर 456.45 मीटर और चेतावनी स्तर 462 मीटर और उत्तरकाशी में भागीरथी का जलस्तर 1121.06 मीटर और चेतावनी स्तर 1122 मीटर बताया गया।जोशीमठ और श्रीनगर में अलकनंदा, हरिद्वार जिले में बाढ़ से तबाही मचाने वाली सोलानी नदी भी उफान पर हैं। वहीं, उत्तरकाशी के कुथनौर में यमुना नदी का जल स्तर 1427.89 मीटर दर्ज किया गया।