बागेश्वर-कोरोना की मार से प्रिंटिंग कारोबार भी मिटने लगा है। कोविड कर्फ्यू के कारण प्रिंटिंग प्रेस का कार्य कई माह से बंद है। कोरोना काल में स्कूल बंद रहने और सीमित विवाह कार्यक्रमों से भी प्रिंटिंग व्यवसाय कम हो गया है। टैक्स भरना भी व्यवसायियों के लिए मुश्किल हो रहा है। वहीं इनमें काम करने वाले कर्मचारी आर्थिक परेशानियों का सामना करने को मजबूर हैं। प्रिंटिंग प्रेस संचालकों ने सरकार से जीएसटी और बैंक के ब्याज में छूट देने के साथ ही कामगारों को राहत राशि प्रदान करने की मांग की है। पिछले साल से प्रिंटिंग कारोबार ठप है। स्कूल बंद हैं। 18 कामगारों का वेतन तक निकालना मुश्किल हो गया है। सरकार उन्हें कोई मदद न दे लेकिन कामगारों को तो कुछ मदद सरकार ने देनी चाहिए। कामगारों के वेतन खाते में मदद मिलनी चाहिए।