DevBhoomi Insider Desk • Thu, 23 Sep 2021 8:12 am IST
प्रेम और क्षमा भाव की शिक्षा देते हैं भगवान महावीर स्वामी-संदीप जैन
हरिद्वार। जैन समाज द्वारा भेल स्थित जैन मंदिर में आयोजित दशलक्षण महापर्व के समापन अवसर पर उद्योगपति संदीप जैन ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि तमाम बुराई के बाद भी हम अपने आप से प्यार करना नही छोड़ते तो फिर हम दूसरों में कोई बात पसंद न होने पर उससे प्यार क्यो नही करते। जैन समाज के आराध्य भगवान महावीर स्वामी ओर अन्य संत महात्मा भी प्रेम और क्षमा भाव की शिक्षा देते हैं। भगवान महावीर स्वामी ने हमे आत्म कल्याण के लिए दश धर्माे के दश दीपक दिए है। प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला पर्युषण पर्व हमारे अंतःकरण में दया, क्षमा ओर मानवता जगाने का काम करता है । जैसे दीपावली पर घर की सफाई की जाती है उसी तरह पर्युषण पर्व मन की सफाई करने वाला पर्व है। इसलिए हमें सबसे पहले क्षमा याचना अपने मन से करनी चाहिए। जब तक मन की कटुता दूर नही होगी तब तक क्षमावाणी पर्व मनाने का कोई अर्थ नही है। जैन धर्म सबसे पहले क्षमा भाव ही सिखाता है। माफी मांगने से बड़ा माफ करने वाला होता है अतः हममे दोनों ही गुण विकसित होने चाहिए। दशलक्षण महापर्व के समापन अवसर पर मदिर में क्षमावाणी पर्व का आयोजन भी किया गया। इस दौरान मंदिर में सामूहिक अभिषेक, शांतिधारा, नित्य पूजन आदि किया गया। रात्रि में सामुहिक महा आरती के बाद महिला मंडल शिवालिक नगर द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गए। निशाप्रिया जैन ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया। छोटे बच्चों द्वारा ’बड़ो का सम्मान’ नामक नाटक पेश किया गया। बच्चों द्वारा प्रस्तुत नृत्य को सभी ने सराहा। इस दौरान वर्धमान जैन परिषद सेक्टर 4 भेल कमेटी में उद्योगपति संदीप जैन, वयोवृद्ध समाजसेवी ओमप्रकाश जैन एवं वर्धमान जैन परिषद के पूर्व अध्यक्ष गिरीश चंद जैन को संरक्षक पवन कुमार जैन ने शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। कार्यक्रम के दौरान 10वीं तथा 12वीं की परीक्षा में 80 फीसदी से ज्यादा अंक लाने वाले बच्चों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर महिला मंडल अध्यक्ष अर्चना जैन, उपाध्यक्ष रुपाली जैन, कोषाध्यक्ष अंजलि जैन, सांस्कृतिक मंत्री पारुल एवं कविता जैन, प्रचार मंत्री अंशिका जैन सदस्य टीना जैन, रजनी जैन, कविता अमित जैन, ज्योति जैन, शिखा जैन, नेहा जैन, अन्नू जैन, हेमलता जैन, कल्पना जैन, निकिता जैन सम्मानित को भी सम्मानित किया। संचालन नीरव जैन एवं अमित जैन ने किया। अश्विनी गर्ग, संजय जैन, सतीश जैन, श्रेयांस जैन, मयंक जैन, आकाश जैन, रुचिन जैन, सचिन जैन, राजीव जैन दीपचंद जैन, पंडित देवेन्द्र मधु जैन , विमला जैन, शैल जैन, मंजू जैन, श्रुति जैन, दीप्ति जैन, प्रियंका जैन, पूजा जैन, आदि उपस्थित रहे।