कैबिनेट ने अतिथि शिक्षकों को भी राहत दी है। स्थायी शिक्षक की नियुक्ति होने पर हटाए गए अतिथि शिक्षकों को दूसरे स्कूलों में नियुक्ति दी जाएगी। इसमें भी मूल जनपद में तैनाती को प्राथकता देने का भी निर्णय किया गया है। अतिथि शिक्षकों की तैनाती वाले स्कूलों में नई नियुक्तियां नहीं की जाएंगी। अपने भविष्य को लेकर लंबे समय से असुरक्षित महसूस कर रहे अतिथि शिक्षकों को सोमवार को सुरक्षा कवच मिल गया।प्रदेश में वर्तमान में कार्यरत 4418 अतिथि शिक्षकों के पदों को अब रिक्त नहीं माना जाएगा। लोक सेवा व अधीनस्थ कर्मचारी चयन आयोग से चुनकर आने वाले एलटी और प्रवक्ता की पोस्टिंग के लिए अतिथि शिक्षकों को नहीं हटना होगा। कैबिनेट के फैसले से अतिथि शिक्षकों में खुशी की लहर है। अब तक स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति होने पर अतिथि शिक्षकों को हटा दिया जाता था।