सुअर की त्वचा से तैयार कॉर्निया 'इम्प्लांट' से भारत और ईरान के 20 मरीजों के आंखों का रोशनी वापस लौट आई है। जी हाँ, सुनकर आपको यकीन तो नहीं हो रहा होगा लेकिन यह सच है। जी दरअसल अनुसंधानकर्ताओं ने सुअर की त्वचा से तैयार कॉर्निया 'इम्प्लांट' से भारत और ईरान के 20 मरीजों के आंखों का दृष्टि लौटाने में सफलता प्राप्त की है। बताया जा रहा है कॉर्निया के प्रतिरोपण से जुड़ी सर्जरी से पहले इनमें से अधिकतर मरीज दृष्टिहीनता का सामना कर रहे थे। जी हाँ और यह अनुसंधान बीते गुरुवार को 'जर्नल नेचर बायोटेक्नोलॉजी' में प्रकाशित किया गया।
बताया जा रहा है इससे कॉर्निया में विकार के चलते दृष्टिहीनता या कम रोशनी की शिकायत से जूझ रहे मरीजों के लिए उम्मीद की नयी किरण जगी है। हालाँकि अंतरराष्ट्रीय अनुसंधानकर्ताओं के एक दल ने मरीजों में मानव डोनर से प्राप्त कॉर्निया की जगह सुअर की त्वचा से तैयार कॉर्निया 'इम्प्लांट' प्रतिरोपित किया। बताया जा रहा है इस दल में एम्स दिल्ली के अनुसंधानकर्ता भी शामिल थे।