उत्तराखंड में पर्यटकों को सैरसपाटे के लिए बाइक के बाद अब कार भी किराए पर मिल सकेगी। एक तय किराया चुकाइये और कार ले जाइये। अपना तेल भरवाइये और खुद ही अपनी कार को चलाते हुए सफर करें। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी ‘रेंट ए कैब’ योजना को उत्तराखंड में भी लागू कर दिया गया है। राज्य परिवहन प्राधिकरण (एसटीए) की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है।
एसटीएस अध्यक्ष परिवहन सचिव अरविंद सिंह ह्यांकी ने बताया कि एक कंपनी ने इस योजना के लिए आवेदन भी एसटीए का दिया है। फिलहाल उसे प्राथमिकता दे दी गई। कार संख्या और अन्य औपचारिकताएं पूरी करने पर ही परमानेंट लाइसेंस दिया जाएगा।