Read in App

DevBhoomi Insider Desk
• Mon, 23 Jan 2023 7:00 am IST


इस दिन पृथ्वीलोक पर आते हैं प्रेम के देवता कामदेव और उनकी पत्नी रति, पूजा का है खास विधान


बसंत पंचमी के दिन विद्या की देवी मां सरस्वती का जन्मोत्सव मनाया जाता है। 26 जनवरी को बसंत पंचमी का पर्व है। माघ शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर ही देवी सरस्वती की कृपा से संसार के सभी जीव-जंतुओ को वाणी के संग बुद्धि और विद्या मिली थी। कला, संगीत, साहित्य के क्षेत्र से जुड़े लोग इस दिन विशेषकर मां सरस्वती की पूजा करते हैं। धर्म ग्रंथों के अनुसार बसंत पंचमी के दिन प्रेम के देवता कामदेव और उनकी पत्नि रति की उपासना का भी विधान है। मान्यता है इस दिन कामदेव का पूजन करने से प्यार पाने की इच्छा पूरी होती है। आइए जानते है बसंत पंचमी पर कामदेव की पूजा का महत्व, विधि और मंत्र। 

बसंत पंचमी पूजा मुहूर्त
बसंत पंचमी 26 जनवरी, शुभ मुहूर्त सुबह 07.07 से दोपहर 12.35 मिनट तक रहेगा। 

बसंत पंचमी पर कामदेव-रति की पूजा का महत्व 
शास्त्रों के अनुसार प्रेम के स्वामी कामदेव और उनकी पत्नि के नृत्य से ही पुश, पक्षियों और मनुष्यों में प्रेम और काम के भाव जागृत होते हैं। कामदेव की कृपा से ही लव लाइफ, वैवाहिक संबंधों में मधुरता आती है। वही देवी रति को प्रेम, जुनून और मिलाप की देवी माना गया है। पौराणिक मान्यता के अनुसार बसंत पंचमी के दिन कामदेव और रति स्वर्ग से पृथ्वीलोक पर आते हैं। उनके आगमन से ही धरती पर बसंत ऋतु का आगमन होता है। इनके कारण ही मन में एक नई उमंग जागती है, पेड़-पौधों की नई कोपलों एवं सरसों के पीले फूलों से नए श्रृंगार करती है। बसंत पंचमी पर सृष्टि में प्राणियों के बीच प्रेम भावना बनी रहे, इसलिए बसंत पंचमी कामदेव और रति की पूजा अवश्य की जाती है। 

कामदेव-रति की पूजा विधि 
बसंत पंचमी पर मां सरस्वती की पूजा के बाद कामदेव एवं रति की तस्वीर स्थापित करें। सुगंधित फूल, चंदन, रोली, मौली, इत्र, गुलाबी वस्त्र, सौंदर्य सामग्री, धूप, दीप, अगरबत्ती, पान, सुपारी आदि से इनकी पूजा करें। देवी रति को श्रृंगार का सामना चढ़ाएं। फिर

कामदेव-रति की पूजा का मंत्र 
वैवाहिक जीवन में मधुरता और मनचाहा प्यार पाने के लिए इस दिन पीले कपड़े पहनकर इस मंत्र का 108 बार जाप करें - ओम कामदेवाय विद्महे, रति प्रियायै धीमहि, तन्नो अनंग प्रचोदयात्।
बसंत पंचमी पर कामदेव के शाबर मंत्र का जाप करने से व्यक्तिव में निखार आता है। इसके व्यक्ति की आकर्षण शक्ति बढ़ती है और जीवन आनंद से भरपूर रहता है। कामदेव के शाबर मंत्र का एक माला जाप करें - ओम नमो भगवते कामदेवाय यस्य यस्य दृश्यो भवामि यस्य यस्य मम मुखं पश्यति तं तं मोहयतु स्वाहा।