5 मई, शुक्रवार यानी आज वर्ष का पहला चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। इसी दिन वैशाख पूर्णिमा और बुद्ध पूर्णिमा भी है। इस बार चंद्र ग्रहण तुला राशि में लगने जा रहा है। ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार सूर्य या चंद्र ग्रहण का नकारात्मक असर न केवल लोगों के जीवन बल्कि पूरी धरती पर पड़ता है। साल का पहला चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए इसका प्रभाव नहीं होगा और न ही सूतक काल मान्य होगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चंद्रग्रहण का विशाखा नक्षत्र, चित्रा नक्षत्र और स्वाति नक्षत्र के जातकों पर भी प्रभाव पड़ेगा, इसीलिए उन्हें भी बेहद ही सावधानियां बरतने की जरूरत होगी। ज्योतिष के जानकारों का मानना है कि इस चंद्र ग्रहण का प्रभाव राशियों के जीवन पर अवश्य पड़ेगा। ज्योतिषाचार्य, वास्तुशास्त्री, भागवत कथा प्रवक्ता एवं कर्मकांड विशेषज्ञ आचार्य राजेंद्र तिवारी बता रहे हैं कि कौन सी हैं वे राशियां जिनपर चंद्र ग्रहण का अशुभ प्रभाव होगा।
इन चार राशियों के जातक हो जाएं सतर्क
ज्योतिषाचार्य राजेंद्र तिवारी बताते हैं कि आज बुद्ध पूर्णिमा और कूर्म जयंती होने से लोगों को लाभ भी मिलेगा। इस दिन गंगा घाटों पर स्नान करने पूजा पाठ दान आदि करने का विशेष महत्व है। वह बताते हैं कि आज शुक्रवार 5 मई को साल का पहला चंद्रग्रहण लग रहा है। साल का पहला चंद्रग्रहण भारत में दृश्यमान नहीं होगा। इसीलिए यह चंद्रग्रहण उप छाया होगा, जिसके चलते भारत में सूतक काल के नियम लागू नहीं होंगे। तुला, कर्क, वृश्चिक और मीन राशि पर इसका विशेष रूप से अशुभ प्रभाव होगा। तुला राशि के जातकों को मानसिक अशांति, व्याकुलता और निराशा हो सकती है। कर्क राशि के जातकों को व्यर्थ की भागदौड़, व्याकुलता और तनाव हो सकता है। वृश्चिक राशि के जातकों को गुस्सा, लड़ाई, उनके साथ दुर्घटना और पैसे खर्च होने की संभावना है, जबकि मीन राशि के जातकों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं, थकान और मानसिक चिंता रह सकती है।
इन उपायों से मुश्किलें हो सकती हैं आसान
ज्योतिषाचार्य राजेंद्र तिवारी कहते हैं चंद्रग्रहण के दिन तुला, कर्क, वृश्चिक और मीन राशियों के जातकों को सावधानियां बरतने की जरूरत है और ईश्वर का ध्यान, जप-तप से उनकी मुश्किलें आसान हो सकती हैं। हालांकि इनके अलावा मेष, वृषभ, मिथुन, सिंह, कन्या, मकर और कुंभ राशियों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा लेकिन फिर भी इन राशियों के जातकों को अपने खानपान का ध्यान, अपनी वाणी पर नियंत्रण जैसी छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखना चाहिए।