पैसों के लालच में खुद के अस्मत की कीमत लगाने वाली निर्भया जैसी दरिंदगी की झूठी कहानी गढ़ने वाली नर्स पुलिस हिरासत में पहुंच गयी है।
दिल्ली के जीटीबी अस्पताल से मेडिकल परीक्षण रिपोर्ट मिलने के बाद अस्पताल से छुट्टी मिलते ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। की। रिपोर्ट से साफ हो गया कि नर्स ने प्राइवेट पार्ट पर खुद ही चोट मारी थी। वहीं साजिश से अनजान भाई से कह दिया था कि उसके प्राइवेट पार्ट में लोहे की रॉड डाली गई है।
13 साल से पति से अलग रह रही दिल्ली के कबीरनगर निवासी नर्स गाजियाबाद के जिला एमएमजी अस्पताल में इलाज कराने से बाद मेरठ मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर करने पर जीटीबी अस्पताल में इलाज कराने पर अड़ गयी। नर्स को लगा कि जिस अस्पताल में वो काम कर चुकी है वहां फर्जी मेडिकल रिपोर्ट बनवाना आसान रहेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
पुलिस ने बताया कि, मेडिकल परीक्षण रिपोर्ट में साफ है कि उसे कोई अंदरूनी चोट नहीं थी। इससे पहले उसके मोबाइल की लोकेशन से साफ हो गया था कि न तो उसका अपहरण हुआ और न ही उसे दो दिन बंधक बनाकर उसके साथ दुष्कर्म किया गया।
एसएसपी का कहना है कि, उसके खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं। इन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। वहीं नर्स के जेल जाने के बाद अब महिला पत्रकार की भूमिका की जांच की जा रही है। इसके लिए जरूरत पड़ी तो, नर्स और उसके साथियों को रिमांड पर लिया जाएगा।