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• Wed, 7 Jul 2021 9:06 am IST


अब केदारनाथ में पितरों को तर्पण दे सकेंगे श्रद्धालु


यात्राकाल में केदारनाथ में बाबा के भक्त अपने पितरों को तर्पण भी दे सकेंगे। सरस्वती नदी किनारे बने आस्था पथ पर चार पितृ घाट बनाए गए हैं। वहां पर पूजा-अर्चना के लिए इंतजाम किए गए हैं। साथ ही घाट के पास व्यू प्वाइंट भी हैं, जिनमें श्रद्धालु योग-ध्यान कर सकेंगे। आपदा से पहले केदारनाथ में मंदिर के दो से तीन सौ मीटर क्षेत्र में हंस, हवन, रेतस, उदक और अमृत कुंड मौजूद थे। आपदा में धाम के ये सभी प्राचीन कुंड मलबे में समा गए थे। पुनर्निर्माण कार्यों के शुरू होने के बाद कार्यदायी संस्था नेहरू पर्वतारोहण संस्थान ने मंदिर मार्ग पर दो सौ मीटर की दूरी मलबे में दबे उदक कुंड को खोज निकाला। मंदिर के पीछे अमृत कुंड सुरक्षित रहा लेकिन रेतस, हंस और हवन कुंड का अब भी पता नहीं चल पाया है। दूसरी तरफ पुनर्निर्माण कार्यों के तहत केदारनाथ में सरस्वती नदी किनारे निर्मित आधा किमी लंबे आस्था पथ के मध्य में पांच व्यू प्वाइंट बनाए गए हैं। इनके बीच में चार पितृ घाट बनाए गए हैं।