भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाला जोशीमठ-मलारी हाईवे पांचवें दिन भी नहीं खुल पाया। लंबे समय से हाईवे बाधित होने से नीती घाटी के ग्रामीणों की जिंदगी ठहर सी गई है। बुधवार को एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल) ने आवाजाही बहाल करने के लिए हाईवे किनारे बह रही धौली गंगा में नाव के संचालन का प्रयास किया, लेकिन नदी के तेज बहाव के कारण यह सफल नहीं रहा। अब एनडीआरएफ की टीम भी चट्टान से भूस्खलन रुकने का इंतजार कर रही है। प्रशासन नीती घाटी के गांवों में हेलीकॉप्टर से राशन व अन्य जरूरी वस्तुएं पहुंचाने की तैयारी कर रहा है।