पंडाव और केडा गांव के लोग सड़क के अभाव में कई किलोमीटर पैदल चलकर आदिबदरी बाजार पहुंचते हैं। सबसे ज्यादा परेशानी तब होती है जब गांव में कोई व्यक्ति गंभीर बीमार हो जाता है।
पंडाव गांव के सामाजिक कार्यकर्ता बिलोक सिंह ने बताया कि तीन दशक से भी अधिक समय से पंडाव व केड़ा के ग्रामीण मोटर मार्ग के निर्माण की मांग करते आ रहे हैं। सीएम, डीएम, एसडीएम, जेई, एई और मंत्रियों से ग्रामीण सड़क के लिए गुहार लगा चुके हैं लेकिन उनकी फरियाद को हमेशा अनसुना किया गया।