शनिवार को नए साल 2022 का आगाज होगा। इसके साथ ही कई नियम बदल जाएंगे। जिसका सीधा असर लोगों की जेबों में पड़ेगा। व्यापारियों को जीएसटी की बढ़ी दरें परेशान करेगी तो वहीं एटीएम से कैश निकालना भी महंगा हो जाएगा। दून के सरकारी अस्पतालों में 10 फीसदी उपचार भी महंगा हो जाएगा।
"एटीएम से कैश विड्रॉल हो जाएगा महंगा"
अभी तक ग्राहकों से फ्री ट्रांजेक्शन खत्म होने के बाद एटीएम से पैसे निकालने पर 20 रुपये प्रति ट्रांजेक्शन चुकाने पड़ते थे। अब इस चार्ज को बढ़ाकर 21 रुपये कर दिया गया है। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के संयोजक समदर्शी बड़थ्वाल ने बताया कि बैंक की सर्विस चार्ज बढ़ाया जाना है। अभी एटीएम में 4 ट्रांजेक्शन फ्री है।
"कपड़े और जूते होंगे महंगे"
नए साल में जूते और कपड़े खरीदने के लिए पहले से ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे। सिले-सिलाए कपड़े और जूते-चप्पलों पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) की दरें बढ़ रही है। 1000 रुपये से कम जूते और कपड़ों पर सरकार की ओर से 5 फीसदी दर से जीएसटी ली जाती थी। लेकिन अब इसको बढ़ाकर 12 फीसदी कर दिया गया है।
"उपचार होगा महंगा"
सरकारी अस्पतालों में नए साल से इलाज महंगा हो जाएगा। पंजीकरण से लेकर भर्ती शुल्क और तमाम जांच के लिए मरीज को दस प्रतिशत अधिक दाम चुकाने पड़ेंगे। सरकारी अस्पतालों में ओपीडी पर्चा 28 रुपये में बनता है। जिसके लिए मरीज को नए साल से 31 रुपये चुकाने होंगे।
अनुमानित अब एक जनवरी से
ओपीडी पर्चा- 28 31 रुपये
भर्ती शुल्क- 144 158 रुपये
जनरल वार्ड- 57 63 रुपये
प्राइवेट वार्ड- 144 158 रुपये
पक्का प्लास्टर- 855 940 रुपये
कच्चा प्लास्टर- 287 315 रुपये