रुद्रप्रयाग-ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग पर नरकोटा भूस्खलन जोन नासूर बनकर रह गया है। एक माह से पहाड़ी से मलबा और बोल्डर गिर रहे हैं जिससे यातायात घंटों बाधित हो रहा है। वहीं, इससे रुद्रप्रयाग व चमोली में आवश्यक सामान की पूर्ति पर भी व्यापक असर पड़ा है। 31 मई को पहाड़ी से 40 मीटर क्षेत्र में भूस्खलन हो गया था। साथ ही हाईवे का बड़ा हिस्सा ध्वस्त हो गया था। तबसे हाईवे की स्थिति दयनीय है। कनिष्ठ प्रमुख शशि सिंह नेगी, ग्राम प्रधान चंद्रमोहन, पूर्व ग्राम प्रधान नरेंद्र ममगाई, बीबी ममगाई का कहना है कि ऑलवेदर रोड परियोजना में कार्यदायी संस्था की ओर से मानकों के विपरीत कार्य करने से यह स्थिति पैदा हुई है। हाईवे के चौड़ीकरण में मशीनों से कटिंग के बजाय विस्फोट किया गया। इस कारण पहाड़ी में दरारें पड़ने से भूस्खलन हो रहा है। हल्की बारिश में भी पहाड़ी से मलबा व पत्थर गिर रहे हैं और यातायात प्रभावित हो रहा है। एनएच के सहायक अभियंता राजेश शर्मा का कहना है कि नरकोटा में भूस्खलन जोन में सड़क की बैक कटिंग कर दी गई है। अब निचली तरफ तारबंद पुश्ता निर्माण किया जाएगा। ऐसे में सड़क को पर्याप्त चौड़ाई मिल जाएगी और ऊपरी तरफ भूस्खलन होने पर यातायात के संचालन में दिक्कत नहीं होगी।