इस्लामिक स्टेट (ISIS) से संबंध रखने और संयुक्त राज्य अमेरिका पर हमले की साजिश रचने के आरोप में एक पाकिस्तानी डॉक्टर को 18 साल जेल की सजा सुनाई गई है. H-1B वीजा पर अमेरिका में काम करने वाले 31 साल के डॉक्टर का नाम मोहम्मद मसूद है. अदालती दस्तावेजों के अनुसार, मसूद पाकिस्तान में एक लाइसेंस प्राप्त मेडिकल डॉक्टर था और एच-1बी वीजा के तहत मिनेसोटा के रोचेस्टर में एक मेडिकल क्लिनिक में रिसर्च एसोसिएट के रूप में कार्यरत था. मसूद 2020 की शुरुआत में आईएस के संपर्क में आया.
मसूद ने पिछले साल अगस्त में अपना दोष स्वीकार किया और वरिष्ठ न्यायाधीश पॉल ए मैग्नसन के समक्ष उन्हें सजा सुनाई गई. हालांकि, मसूद को 18 साल की सजा की पूरी अवधि नहीं काटनी होगी. सजा के उसे सरकारी निगरानी में पांच साल बिताने होंगे. मसूद ने इंटरनेट पर गलत पहचान के तहत लगातार अमेरिका के खिलाफ अभियान चलाया था. यहां तक कि वह सोशल मीडिया पर भी आईएस नेतृत्व के संपर्क में था.