रक्षाबंधन के दिन मां भगवती के रथ ने बिना रस्सों के सहारे पांच गांव सुई व बीस गांव विशुंग की परिक्रमा की। रथ यात्रा में कोरोना के नियमों का पालन किया गया। इससे पूर्व देव डांगर चार द्योली के आयुधों के साथ शिव मंदिर प्रांगण सुई में एकत्रित हुए। जहां आयुधों को परंपरागत रूप से दूध और पवित्र जल से स्नान कराया गया। देवीरथ यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं के गनगभेदी जयकारों से वातावरण भक्तिमय हो गया।रथ यात्रा में प्रत्येक गांव के दो दो लोग शामिल हुए। रथ में भगवती के अवतार के रूप में शेखर जोशी सवार थे। रथ के आगे पीछे चल रहे डांगरों से शरीर में अवतरित देवी देवताओं ने श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया।