हरिद्वार के 35873 भवनों का टैक्स सर्किल रेट के आधार पर तय करने को लेकर शासन से नगर निगम के टैक्स अनुभाग से फीडबैक मांगा है। टैक्स अनुभाग के अधिकारी प्रारूप के अनुसार अपना फीडबैक शासन को भेजेंगे। इसके आधार पर ही गजट नोटिफिकेशन होकर सर्किल रेट के आधार टैक्स निर्धारण का मसौदा तैयार किया जाएगा।
हरिद्वार नगर निगम का टैक्स अनुभाग अभी तक 30659 आवासीय भवन और 5214 अनावासीय भवनों से वार्षिक टैक्स की वसूली करता है। अभी एक तय फार्मूले के आधार पर वार्षिक टैक्स वसूला जाता है। लेकिन अब टैक्स की वसूली सर्किल रेट के आधार पर किए जाने को लेकर शासन ने तैयारी कर ली है। नगर निगम की कर अधीक्षक सुनीता सक्सेना ने बताया कि शासन से फीडबैक के लिए प्रारूप पहुंच चुका है। विभाग अपना फीडबैक शासन को भेजेगा।
यदि सर्किल रेट के आधार पर भवनों पर टैक्स लगाए जाते हैं तो उससे भवन स्वामियों पर अतिरिक्त कर भार का बोझ बढ़ने की संभावना है। जिसको लेकर नगर निगम की बोर्ड बैठक में शासन के इस प्रस्ताव को लेकर भाजपा के पार्षदों ने विरोध भी शुरू कर दिया था। पार्षदों का कहना था कि सर्किल रेट के आधार पर टैक्स तय होने में भवन स्वामियों पर अधिक टैक्स लगेगा।