उत्तराखंड के टिहरी जनपद के बूढ़ाकेदार क्षेत्र में मंगशीर की दीपावली धूमधाम से मनाई जाती है। महानगरों में रहने वाले ग्रामीण कार्तिक की दीपावली के बजाय मंगशीर की दीपावली के लिए गांव आते हैं। इस दीपावली को मनाने की पीछे यहां के ईष्ट देवता गुरु कैलापीर हैं। उन्हीं के नाम से यहां पर मेला भी होता है। इस बार 22 और 23 नवंबर को बग्वाल (दीपावली) मनाई जाएगी, जबकि 24 नवंबर से तीन दिवसीय गुरु कैलापीर मेला शुरू होगा।
कार्तिक की बग्वाल (दीपावली) के ठीक एक माह बाद बूढ़ाकेदार क्षेत्र में मंगशीर की बग्वाल मनाई जाती है। बग्वाल के लिए 1001 भैले तैयार किए जाते हैं। इसे गांव में पास खेतों में सामूहिक रूप से खेला जाता है।