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DevBhoomi Insider Desk
• Wed, 12 Jul 2023 6:15 pm IST


उत्तराखंड में बारिश ने बरपाया कहर, प्रदेश की 297 सड़कें बंद


देहरादूनः उत्तराखंड में बीते एक हफ्ते से लगातार बारिश हो रही है. बारिश के कारण पहाड़ से लेकर मैदान तक सब प्रभावित हैं. पहाड़ों में बारिश से भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गई है, जबकि मैदानी इलाकों में बहने वाली नदियों ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. बारिश के कारण पहाड़ों में कई रास्ते टूट चुके हैं तो मैदानी जिलों में जलभराव ने लोगों की समस्याओं को कई गुना बढ़ा दिया है. आसमान से बरस रही आफत के रूप में बारिश ने प्रदेश की 3 बॉर्डर रोड, 6 नेशनल हाईवे समेत कुल 297 सड़कें बंद कर दी है.

ऐसा है प्रदेश का हाल : 

उत्तरकाशी जिले में 3 नेशनल हाईवे (राना चट्टी में ऋषिकेश -यमुनोत्री NH-94, पकौड़ी नाला में ऋषिकेश-गंगोत्री NH-108 और जाजरगाड़ में विकासनगर-बड़कोट NH-123) बंद है, जिन्हें खोलने की कार्रवाई की जा रही है. इसके अलावा उत्तरकाशी में 2 स्टेट हाईवे और 26 ग्रामीण मार्ग अवरुद्ध है.इसके अलावा रुद्रप्रयाग जिले में सभी नेशनल हाईवे खुले हुए हैं, लेकिन 1 स्टेट हाईवे और 25 ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध हैं. जिन्हें खोलने की कार्रवाई की जा रही है.देहरादून जिले में बंद सड़कों की अगर हम बात करें तो नेशनल हाईवे 707A पुस्ता टूटने की वजह से बंद है. इसके अलावा जिले में 6 स्टेट हाईवे, 1 मुख्य जिला मार्ग, 48 ग्रामीण सड़कें बंद है.टिहरी जिले में बंद सड़कों की अगर हम बात करें तो टिहरी में एनएच-58 तोता घाटी के पास मलबा आने से अवरुद्ध है. जिले में एक राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 5 राज्य मार्ग और 32 ग्रामीण मार्ग बंद है, जिन्हें खोलने की कार्रवाई की जा रही है.

वहीं हरिद्वार तहसील में 17 जगहों पर, रुड़की में 14 जगहों पर, लक्सर में एक जगह पर और भगवानपुर में 4 जगहों पर जलभराव की समस्या देखी जा रही है. हरिद्वार में तकरीबन 35 जगहों पर भारी जलभराव हुआ है. बागेश्वर जिले में भी लगातार रुक-रुककर बारिश हो रही है. जिले की सरयू और गोमती नदी का जलस्तर लगातार अपने खतरे के निशान की तरफ बढ़ रहा है. इसके अलावा जिले में 6 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद हैं, जिन्हें खोलने की कार्रवाई की जा रही है. जिले के सभी नेशनल हाईवे खुले हुए हैं.पौड़ी जिले में भी लगातार कई जगहों पर पिछले कई घंटों से बरसात हो रही है. पौड़ी जिले में 5 स्टेट हाईवे, 1 मुख्य जिला मार्ग और 16 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद है. इन्हें खोलने की कार्रवाई की जा रही है.

दूसरी तरफ अल्मोड़ा जिले में भी लगातार रुक-रुककर बारिश हो रही है, लेकिन अल्मोड़ा जिले में अभी तक किसी तरह के भारी नुकसान की खबर नहीं है. जिले में फिलहाल 16 ग्रामीण मार्गों के अवरुद्ध होने की सूचना है.चमोली जिले में अलकनंदा, मंदाकिनी और पिंडर नदी तीनों नदियों का जलस्तर अपने खतरे के निशान से मात्र 4 से 5 मीटर नीचे है. चमोली जिले में एनएच-58 ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे तोता घाटी पर बंद है नैनीताल जिले में भी लगातार बरसात हो रही है. पिछले 24 घंटे में नैनीताल जिले के कई इलाकों में भारी बारिश हुई है. इसमें सबसे ज्यादा कोश्याकुटोली में 119 एमएम बारिश हुई है, तो नैनीताल शहर में 90 एमएम बारिश पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड की गई है. नैनीताल जिले में 2 स्टेट हाईवे, 1 आंतरिक मार्ग और 19 ग्रामीण मार्ग बंद हैं.चंपावत जिले में भी लगातार बरसात हो रही है. जिले में मौजूदा शारदा नदी अपने खतरे के निशान पर बह रही थी, लेकिन अब शारदा नदी 219 मीटर से ऊपर के जलस्तर पर बह रही है. जबकि खतरे का जलस्तर 221 मीटर है. इसके अलावा जिले में 3 स्टेट हाईवे, 1 मुख्य जिला मार्ग और 18 ग्रामीण मोटर मार्ग अभी भी बंद हैं, जिन्हें खोलने की कार्रवाई की जा रही है. पिथौरागढ़ जिले में भी लगातार धीमी बरसात हो रही है. पिथौरागढ़ में काली नदी अपने रौद्र रूप में है और लगभग अपने खतरे के निशान पर ही बह रही है. काली नदी का खतरे का जलस्तर 890 मीटर है, जबकि काली नदी इस वक्त 889 से ऊपर बह रही है. इसके अलावा पिथौरागढ़ जिले में 3 बॉर्डर रोड और 8 ग्रामीण मार्ग यातायात के लिए बंद है, जिन्हें खोलने की कार्रवाई की जा रही है.