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DevBhoomi Insider Desk
• Fri, 4 Aug 2023 5:04 pm IST


... तो क्या उत्तराखंड में बढ़ने वाली हैं मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं ?


देहरादून: केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने बाघों के नए आंकड़े जारी किए, जिससे इस खूंखार वन्यजीव को लेकर उत्तराखंड में कुछ चिंता भी पैदा होने लगी हैं. दरअसल उत्तराखंड देश का ऐसा तीसरा राज्य है, जहां सबसे ज्यादा बाघ हैं. यही नहीं संरक्षित वन्यजीव क्षेत्र के रूप में भी उत्तराखंड का कॉर्बेट पहले पायदान पर है. लिहाजा बाघों की नई संख्या आने के बाद मानव वन्यजीव संघर्ष को लेकर खतरा और भी ज्यादा बढ़ने की संभावना है.
इसके साथ ही अब बाघों के बीच ही संघर्ष की घटनाएं भी बढ़ने का अंदेशा जताया जा रहा है.हाल ही में केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की तरफ से देशभर में बाघों की गणना के बाद के आंकड़े जारी किए गए. देश में हर 4 साल में होने वाली गणना में इस बार आंकड़े पिछले सालों के मुकाबले काफी ज्यादा सुखद हैं. खास तौर पर उत्तराखंड में इस बार बाघों की सबसे ज्यादा संख्या रिकॉर्ड की गई है. सबसे बड़ी बात यह है कि 50 से ज्यादा टाइगर वाले 5 टॉप वन क्षेत्रों में उत्तराखंड के 3 वन क्षेत्र दर्ज किए गए हैं. राज्य में इस खूंखार वन्यजीव की संख्या में लगातार हो रहा इजाफा वन एवं पर्यावरण मंत्रालय को गदगद कर रहा है, लेकिन बाघों की संख्या में हो रही बढ़ोत्तरी का ये महज एक पहलू है. हकीकत में मौजूदा हालात से कुछ ऐसी स्थितियां भी पैदा हो गई हैं, जो वन विभाग के माथे पर चिंता की लकीरें भी ला रही हैं.