कोरोना महामारी दुनिया के कई शहरों में अभी भी कहर बरपा रही है। वैज्ञानिकों का दावा है कि, कोरोना महामारी जड़ से कभी खत्म नहीं होने वाली है।
कोरोना के आए दिन नए वायरस के सामने आ रहे हैं। जिसको देखते हुए वैज्ञानिक अगली पीढ़ी के टीकों पर काम शुरु कर दिया है। शीर्ष स्वास्थ्य विशेषज्ञ का कहना है कि, टीकों के विकास के लिए देश में बहुत सारे प्रयास चल रहे हैं। कोविड-19 वर्किंग ग्रुप एनटीएजीआई के चेयरपर्सन की मानें तो, अगली पीढ़ी के टीके की यह पूरी अवधारणा यह है कि, हमें बार-बार खुराक नहीं देनी है।
दूसरा यह है कि अगर हम वैक्सीन देते हैं तो यह कोरोना वायरस को भी कवर करता है और साथ ही भविष्य के वायरस से बचे रहेंगे और सुरक्षा लंबे समय तक बनी रहती है। इधर, भारतीय कंपनियों और शिक्षाविदों ने इस चुनौती को स्वीकार किया है और अगले कुछ महीनों में इसके बारे में और जानकारी मिलेगी।