रुद्रप्रयाग: नागेन्द्र देवता मेला एवं पर्यटन विकास समिति पट्टी लस्या के सौजन्य से खानसौड़ में तीन दिवसीय पौराणिक थल्लू मेला का पारम्परिक वाद्य यंत्रों की थाप एवं देव नृत्य के साथ शुभारम्भ हो गया है। गुरुवार को लस्या पट्टी का अराध्य देव बजीरा से भगवान नागेन्द्र देवता की डोली के साथ ही उछच्ना से जगदी माता की डोली, इजरा गांव से शिव शक्ति की डोली, महरगांव से घण्डियाल देवता की डोली और घरड़ा मखेत से नागराजा की छड़ी पारम्परिक वाद्य यन्त्रों पर अपने-अपने रावलों के साथ नागेन्द्र देवता के आदि नृत्य स्थल खानसौड़ पहुंची। थल्लू मेले के प्रथम दिवस में नागेन्द्र देवता के रावल बसन्त सिंह ने अछरी पूजन के साथ ही सभी देव डोलियों का नृत्य स्थल पर स्वागत सम्मान करते हुए सभी भक्तों को आशीर्वाद दिया है। इस अवसर पर आयोजन समिति के अध्यक्ष विजेन्द्र मेवाड़ व प्रधानाचार्य शिव सिंह रावत ने बताया है कि 6 मई को विकासखंड जखोली के ब्लाक प्रमुख प्रदीप थपलियाल मुख्य अतिथि व पूर्व क्षेपंस सुरेन्द्र सकलानी विशिष्ट अतिथि के साथ ही लस्या पट्टी के सभी प्रधान व क्षेत्र पंचायत सदस्यों की गरिमामयी उपस्थिति रहेगी।