धार्मिक प्रचार के विवाद से जुड़े मामले ने तब तूल पकड़ लिया, जब एक समुदाय की लड़कियों को बिना महिला पुलिस रात में थाने में बिठा लिया गया। दुर्व्यवहार का आरोप लगाकर इस समुदाय के लोगों ने थाने का घेराव कर प्रदर्शन किया।
वहीं इसके विरोध में दूसरे समुदाय के लोग भी सड़क पर उतरे और प्रदर्शन किया। काफी देर तक माहौल तनावपूर्ण बना रहा। हालांकि, पुलिस ने सूझबूझ से स्थिति को संभाला। दुर्व्यवहार के आरोपी एएसआई को सस्पेंड कर दिया गया है। प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि कुछ शरारती तत्वों और पुलिस कर्मचारियों ने मसीह भाईचारे से संबंधित लड़कियों से दुर्व्यवहार किया है।
अंकुर नरुला मिनिस्ट्री के पंजाब महासचिव पवन कुमार ने बताया कि गुरदासपुर में हर महीने 18 और 21 तारीख को अंकुर नरुला का कार्यक्रम होता है। जिसमें भाईचारे से संबंधित लड़के और लड़कियां अलग-अलग जगहों पर जाकर प्रभु की बंदगी का प्रचार करते हैं। सोमवार को भी लड़के और लड़कियां प्रचार करने बहरामपुर रोड पर गए थे। कुछ शरारती तत्वों ने उन्हें अपने घर बुलाकर दुर्व्यवहार किया, जिससे उनकी आस्था को ठेस पहुंची है। इसके अलावा धार्मिक पोस्टर फाड़कर बेअदबी की गई है।
पुलिस ने लड़कियों को बिना महिला पुलिस गिरफ्तार कर घंटों थाने में बिठाकर रखा। इस कारण उन्हें धरना देने के लिए मजबूर होना पड़ा है। प्रदर्शनकारी आरोपी पुलिस अधिकारी व शरारती तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े थे।