उत्तराखंड-यूपी मिलकर करेंगे कॉर्बेट के बाघों की सुरक्षा, जानिए क्या है प्लानिंग
मानसून में कॉर्बेट के बाघों की सुरक्षा के लिए उत्तराखंड, यूपी के वनाधिकारी एक मंच पर आ गए हैं। यूपी के अमानगढ़ टाइगर रिजर्व, कालागढ़, बिजनौर आदि वन प्रभाग के कर्मचारी कॉर्बेट प्रशासन के साथ मिलकर काम करेंगे। इसके लिए यूपी उत्तराखंड की सीमा पर सबसे बड़ा फ्लैग मार्च निकाला जा चुका है। दोनों ही प्रदेशों के अधिकारी सूचनाओं का आदान प्रदान भी एक-दूसरे से करेंगे। प्रदेश में 15 जून से मानसून सीजन शुरू हो जाता है। इस दौरान टाइगर रिजर्व, नेशनल पार्क व अन्य वन्यजीव बाहुल्य वन प्रभागों में अलर्ट जारी किया जाता है। वनाधिकारियों का मानना है कि बरसात में संदिग्ध और बाघों के शिकारी सक्रिय हो जाते हैं। कॉर्बेट में देश के सभी टाइगर रिजर्व से अधिक बाघ हैं। 1288 वर्ग किलो मीटर क्षेत्र में फैले कॉर्बेट में 250 से अधिक बाघों की संख्या बताई जाती है। यहां बाघों का बेहतर घनत्व में भी देश-विदेश में पहचान बना रहा है। ऐसे में मानसून में कॉर्बेट में अधिक एहतियात बरतने की जरूरत है।