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DevBhoomi Insider Desk
• Sat, 25 Mar 2023 2:00 pm IST


पैरों के दर्द को न करें अनदेखा, बढ़े कोलेस्ट्रॉल की ओर हो सकता है इशारा


शरीर में जब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है तो पैरों में दर्द होने लगता है। इस बीमारी का नाम है पेरिफेरल आर्टरी डिसीज।

क्या है पेरिफेरल आर्टरी डिसीज- कोलेस्ट्रॉल के हाई होने पर धमनियों खून में थक्का जमने लगता है। ये प्लॉक या थक्के फैटी चीज, वेस्ट प्रोडक्ट, कैल्शियम, फाइब्रिन यानी कोलेस्ट्रॉल के बने होते हैं। जिनकी वजह से धमनियों में खून और ऑक्सीजन की सप्लाई करने की जगह कम हो जाती है। जिसकी वजह से शरीर के हर अंग को ऑक्सीजन ठीक तरीके से नहीं पहुंच पाता है। खासतौर पर जब पैरों को ऑक्सीजन नहीं मिलती है तो पेरिफेरल ऑर्टरी डिसीज हो जाता है। इस बीमारी में पैरों का दर्द थोड़े से आराम के बाद सही हो जाता है। पैरों में क्रैम्प होता है और दर्द थोड़ी-थोड़ी देर पर ठीक हो जाता है। लेकिन जैसे ही कोई फिजिकल एक्टीविटी की जाती है तो ये फिर शुरू हो जाता है। हाई कोलेस्ट्रॉल में होने वाला पैरों का दर्द इसलिए जल्दी सही हो जाता है क्योंकि जैसे ही कोई फिजिकल वर्क किया जाता है तो पैरों को ज्यादा ऑक्सीजन की सप्लाई की जरूरत होती है जो कि उसे पूरी तरह से मिल नहीं पाती और दर्द होने लगता है। लेकिन जैसे ही शरीर आराम करने लगता है तो उतने ज्यादा ऑक्सीजन की जरूरत नहीं होती है पैरों का दर्द रुक जाता है। 

पैरों में दर्द के साथ ये लक्षण भी दिखते हैं
-पैरों में रात के वक्त तलवों और अंगूठों में दर्द होता है। 
-ज्यादा देर पैर लटकाकर बैठने पर पैर बैंगनी रंग के दिखने लगते हैं। 
-पैर बहुत ज्यादा ठंडे हो जाते हैं।