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DevBhoomi Insider Desk
• Thu, 24 Aug 2023 12:01 pm IST

खेल

प्रगनाननंदा की सफलता पर विश्वानाथन आनंद का बड़ा बयान !


भारत विश्व मंच पर नाम कमाने के अलावा शतरंज के कई ग्रैंडमास्टर तैयार कर रहा है, ऐसे में महान भारतीय ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद का दृढ़ विश्वास है कि मौजूदा समय में भारतीय शतरंज अपने सबसे बेहतरीन दौर से गुजर रहा है और यह भारतीय शतरंज की स्वर्णिम पीढ़ी है। उनकी टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब भारतीय खिलाड़ी बाकू (अजरबैजान) में शतरंज विश्व कप में सुर्खियों में हैं, जहां युवा ग्रैंडमास्टर रमेशबाबू प्रगनाननंदा फाइनल में विश्व के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन के खिलाफ खेल रहे हैं। कार्लसन और प्रगनाननंदा के बीच फाइनल मुकाबला टाई ब्रेक तक पहुंच चुका है। दोनों खिलाड़ियों के बीच शुरुआती दो मैच ड्रॉ रहे हैं।विश्वनाथन आनंद ने एक समाचार पत्रिका से बातचीत में कहा कि वह इस तथ्य से चकित हैं कि वर्तमान लॉट में भारत के अधिकांश खिलाड़ियों के पास 2,700 से अधिक ईएलओ रेटिंग है, खासकर 20 साल से कम उम्र के खिलाड़ियों की इतनी बेहतर रैंकिंग होना बेहद खास है।आनंद ने कहा "मैं शीर्षक पर जल्दी विचार कर रहा हूं, लेकिन यह एक सुनहरी पीढ़ी हैं। वे सभी 2,700 से अधिक समूह (एलो रेटिंग) में हैं। और वे सभी 20 से कम उम्र के हैं। आमतौर पर ऐसा नहीं होता है; यह वास्तव में कुछ खास है। जिस कारण से मैं उन्हें स्वर्णिम पीढ़ी कहता हूं, वह यह है कि वे अगले दस साल शीर्ष पर बिताने जा रहे हैं। सभी का करियर अलग-अलग दौर से गुजरेगा, लेकिन बेशक वे अगले 10 साल प्रतिद्वंद्वी और सहकर्मी और मित्र के रूप में शतरंज की दुनिया पर राज करते हुए अगले 10 साल बिताने जा रहे हैं।"