प्रदेश में किसानों के लिए चलाई जा रही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना सरकारी मशीनरी की लापरवाही की भेंट चढ़ गई है। सालाना लाखों कमाने वाले लोगों के साथ ही पेंशनरों और इनकम टैक्स जमा करने वाले लोगों को भी किसान सम्मान निधि बांट दी गई। पिथौरागढ़ में ये मामले खुलने पर शुरू हुई जांच की आंच प्रदेश के अन्य 12 जिलों में भी पहुंची है, जिसमें फर्जी तरीके से किसान निधि लेने के कई मामले पकड़ में आए हैं। अकेले कुमाऊं में 4 हजार से ज्यादा ऐसे मामले पकड़ में आए हैं। वर्ष 2019 से देश में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना शुरू हुई। सरकारी अधिकारियों और कर्मियों की लापरवाही से योजना के वास्तविक पात्र किसान इसके लाभ से वंचित हैं। प्रदेश में लगभग 10 लाख किसानों के खातों में सम्मान निधि की रकम आ रही है।