पूर्व नौसेना प्रमुख रिटार्यड एडमिरल करमबीर सिंह को जापान सरकार ने सम्मानित किया है। पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह को ये सम्मान राष्ट्र की रक्षा के लिए भारत और जापान के बीच संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान के लिए दिया गया है।
जापान सरकार ने उन्हें 'द ऑर्डर ऑफ द राइजिंग सन, गोल्ड एंड सिल्वर स्टार' से नवाजा है। बता दें कि, एडमिरल करमबीर सिंह नौसेना के प्रमुख भी रहे हैं। नौसेना प्रमुख के रूप में उन्होंने एडमिरल सुनील लांबा की जगह ली थी। एडमिरल करमबीर सिंह को उत्कृष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति की तरफ से अति विशिष्ट सेवा मेडल भी दिया जा चुका है। वह पहले हेलीकॉप्टर पायलट हैं, जिन्हें नौसेना प्रमुख बनाया गया था।
एडमिरल सिंह का जन्म 3 नवंबर 1959 को जालंधर में हुआ था। साल 1980 में वे भारतीय नौसेना में शामिल हुए थे। उन्हें 1982 में हेलीकॉप्टर पायलट बनने का मौका मिला। वाइस एडमिरल करमबीर सिंह ने कमोव-25 और कमोव-28 एंटी सबमरीन हेलीकॉप्टर उड़ाया है।
बता दें कि, एडमिरल करमबीर सिंह डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन एवं कॉलेज ऑफ नेवल वारफेयर, मुबई से स्नातक हैं। वे नेशनल डिफेंस अकेडमी, खडकवासला के छात्र रहे हैं। वे इंडियन कोस्ट गार्ड शिप को कमांड कर चुके हैं। वे वेस्टर्न फ्लीट में फ्लीट ऑपरेशन के अफसर भी रह चुके हैं। मई 2019 में नौसेना प्रमुख की कमान संभालने के बाद नवंबर 2021 तक वे नौसेना प्रमुख रहे।
इतना ही नहीं उससे पहले वे महाराष्ट्र और गुजरात में भी कमांडिंग ऑफिसर रह चुके हैं। उन्हें आईएनएस विजयदुर्ग, आईएनएस राणा, आईएनएस दिल्ली की कमान संभालने का अनुभव है।