थराली: नारायणबगड़ विकासखंड की बड़ी आबादी की आवाजाही के लिए दशकों पहले बने नारायबगड़ परखाल मोटरपुल की स्थिति खस्ताहाल है. बीते कई सालों से पुल क्षतिग्रस्त हालात में है. मोटरपुल पर बिछी लोहे की प्लेटें धंसती जा रही हैं. लोहे की प्लेटों पर लगे नेट बोल्ड ढीले होते जा रहे हैं. ऐसे में पुल पर चलना खतरे से खाली नहीं है. ये बात विभाग भी मान रहा है. विभाग ने पुल के दोनों छोरों पर चेतावनी बोर्ड भी लगाया है. जिस पर साफ-साफ अक्षरों में लिखा है कि पुल क्षतिग्रस्त है.नारायबगड़ परखाल मोटरपुल पर बड़े वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित की गई है, लेकिन विभाग ने न तो मोटरपुल पर बड़े वाहनों की आवाजाही रोकने के लिए किसी कर्मचारी की तैनाती की है और ना ही इतने वर्षों बाद विभाग मोटरपुल को सुरक्षित आवाजाही हेतु सुचारू कर पाया है. ऐसे में स्थानीय निवासियों का आरोप है कि चेतावनी के बावजूद भी जान जोखिम में डालकर मोटरपुल से बड़े वाहनों की आवाजाही धड़ल्ले से हो रही है.इस संबंध में कांग्रेस कार्यकर्ता भी मोटरपुल पर धरना दे चुके हैं. लेकिन लोक निर्माण विभाग के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं. एक बड़ी आबादी की आवाजाही इसी मोटरपुल पर निर्भर है. ऐसे में विभाग कभी बजट का रोना रो रहा है, तो कभी खानापूर्ति के लिए लोहे की आड़ी तिरछी प्लेटें बिछाकर वाहनों की आवाजाही करवा रहा है.