अयोध्या: उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में अक्षय तृतीया के अवसर पर भगवान श्रीराम के मंदिर का 155 देशों के जल से अभिषेक किया गया। इसमें अमेरिका के 14 मंदिरों और 12 नदियों का जल भी शामिल है। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आठ देशों के राजदूत और 40 देशों के अप्रवासी भारतीय अयोध्या पहुंचे हैं। इसमें तजाकिस्तान के ताज मोहम्मद भी हैं।
ताज मोहम्मद ने बाबर की जन्मभूमि की नदी कश्क-ए-दरिया सहित कई मुस्लिम देशों की नदियों का जल भेजा है। मणिराम छावनी के सभागार में कार्यक्रम सुबह 10 बजे से शुरू हुआ। सबसे पहले हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। वहीं, आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश ने इस अवसर पर नया नारा- "भारत जय जगत" दिया।
155 देशों से अयोध्या लाया गया जल कलश
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के साथ मिलकर यह कार्यक्रम दिल्ली के पूर्व बीजेपी विधायक विजय जौली कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि राम मंदिर के जलाभिषेक के लिए 155 देशों का जल कलश अयोध्या लाया गया। इसमें उज्बेकिस्तान के ताशकंद में चिरचिक नदी, यूक्रेन की डेनिस्टर, तजाकिस्तान की वख्श नदी, रूस की वोल्गा, हिंद महासागर का जल और मॉरिशस की गंगा तालाब भी शामिल है।
वहीं, कैबिनेट मंत्री
संजय निषाद ने कहा कि श्रृंगवेरपुर को पर्यटन केंद्र बनाने का प्रयास हो रहा है।
इजराइल की लाइब्रेरी में यह पढ़ने को मिला कि राम के ईश्वर रूप का निषादराज ने सबसे
पहले अनुभव किया था। अब पूरे देश में निषाद मछुआरों की सेना तैयार करके रावण राज्य
खत्म करने में जुटा हूं। इसके अलावा मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि 5
अगस्त, 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूमि
पूजन किया था। तब 1000 स्थानों से जल व रज गर्भगृह को समर्पित हुआ। आज जिन्होंने
जल भेजा है, उन्हें ट्रस्ट के
संतों की ओर से सम्मान। यह आयोजन अंतरराष्ट्रीय इतिहास है।