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DevBhoomi Insider Desk
• Tue, 18 Jan 2022 1:18 pm IST


भाजपा से बर्खास्तगी के बाद किस सीट से किस्मत आजमाएंगे हरक


भाजपा से बर्खास्तगी के बाद अब पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत का चुनाव लड़ने का क्या प्लान हो सकता है, इस पर राजनीतिक गलियारों में बहस शुरू हो गई है। कांग्रेस अगर हरक को पार्टी में शामिल करती है तो फिर वे डोईवाला या फिर यमकेश्वर विधानसभा सीट से किस्मत आजमा सकते हैं। भाजपा में रहते हरक पहले ही साफ कर चुके थे कि वे अपनी मौजूदा विधानसभा सीट कोटद्वार से चुनाव नहीं लड़ेंगे।

अगर कांग्रेस उन्हें पार्टी में शामिल करती है तो वे डोईवाला या फिर यमकेश्वर सीट पर टिकट मांग सकते हैं। हरक पहले से भी इन सीटों पर नजर गढ़ाए हैं। यमकेश्वर सीट लगातार चार बार से भाजपा का कब्जा है, जबकि डोईवाला सीट में भाजपा चुनाव चारों विधान सभा चुनाव जीती है, लेकिन वर्ष 2014 में निशंक के सांसद बनने के बाद हुए उप चुनाव में एक बार कांग्रेस के पास भी यह सीट रही है।

त्रिवेंद्र रावत से 36 का आंकड़ा
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत और हरक सिंह रावत के बीच अब छत्तीस का आंकड़ा हो चुका है। त्रिवेंद्र  की मूल सीट डोईवाला है और जैसे की चर्चाएं चल रही हैं कि हरक कांग्रेस के टिकट पर डोईवाला से चुनाव लड़ सकते हैं। ऐसे में दोनों के बीच रोचक मुकाबला होने की उम्मीद है। दरअसल, त्रिवेंद्र के मुख्यमंत्री रहते हरक मनमाफिक ढंग से अपने काम नहीं करा पाए। त्रिवेंद्र की लगाम के चलते उनके रिश्तों में धीरे-धीरे कड़वाहट पैदा हो गई। कर्मकार बोर्ड विवाद के बाद तो दोनों में 36 का आंकड़ा हो गया। भाजपा में रहते दोनों में एक-दूसरे के खिलाफ जुबानी जंग भी चलती रहीं।

डोईवाला में है मजबूत विकल्प की तलाश
त्रिवेंद्र रावत के मुकाबले डोईवाला में कांग्रेस के पास फिलहाल मजबूत विकल्प नहीं है। दरअसल, पूर्व कैबिनेट मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हीरा सिंह बिष्ट पार्टी हाईकमान से डोईवाला के बजाय रायपुर सीट मांग रहे हैं। ऐसे में डोईवाला में कांग्रेस के पास मजबूत विकल्प तलाशा जा रहा है। यदि कांग्रेस हरक को यहां से टिकट देती है तो फिर त्रिवेंद्र और हरक में रोचक मुकाबला देखने को मिल सकता है।