रुद्रप्रयाग : केदारनाथ में कड़ाके की ठंड ने पुनर्निर्माण कार्यों की रफ्तार रोक दी है। धाम में सुबह और रात को तापमान माइनस छह से माइनस 10 तक पहुंच रहा है। ऐसे में यहां काम कर रहे मजदूरों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।बीते एक सप्ताह में धाम में काम कर रहे 150 मजदूर लौट चुके हैं। इन दिनों यहां लगभग 100 मजदूर ही काम कर रहे हैं, जो निर्माणाधीन भवनों के कमरों के अंदर का काम कर रहे है। पत्थर, सीमेंट से जुड़े सभी भारी काम बंद हो गए हैं। समुद्रतल से 11,750 फीट की ऊंचाई पर स्थित केदारनाथ धाम में भले ही बीते चार-पांच दिनों से बर्फबारी नहीं हुई है।लेकिन, शीतलहर के प्रकोप और रात को गिर रहे अत्यधिक पाला से यहां कड़ाके की ठंड पड़ रही है। जिस कारण धाम में रहना भी मुश्किल हो रहा है। धाम में इन दिनों सुबह 10 बजे तक भी पारा माइनस में रहता है। हालांकि, पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न तीन बजे तक यहां चटक धूप खिल रही है, जिससे ठंड से थोड़ी राहत मिल रही है।लेकिन, शाम ढलते ही फिर से पारा माइनस में चला जाता है। इसके कारण यहां पेजयल लाइनों और टंकी का पानी भी जम रहा है। ऐसे में पीने का पानी भी जुटाना मुश्किल हो रहा है। इन हालातों में मजदूरों को कार्य करने में काफी दिक्कत हो रही है। कड़ाके की ठंड के कारण, पुनर्निर्माण के तहत पत्थर, सीमेंट से जुड़े सभी कार्य पूरी तरह से बंद कर दिए गए हैं।
इन दिनों केवल निर्माणाधीन भवनों के कमरों के अंदर का ही काम चल रहा है, यह भी दिनभर में तीन से चार घंटे ही हो पा रहा है। इसके चलते 150 मजदूर लौट चुके हैं। अगर इसी तरह ठंड पड़ती रही तो साल के आखिर दिनों या जनवरी पहले सप्ताह तक यहां रह रहे अन्य मजदूर भी लौट सकते हैं।