शनिवार को सुंई के मां भगवती मंदिर, खैसकांडे के भूमिया मंदिर, सुंई पुजारी गांव के बेताल मंदिर में आयोजिति गौरा महोत्सव का समापन किया गया। महिलाओं ने गौरा-महेश की प्रतिमाओं को मंदिरों में परिक्रमा करवाई। मदन पुजारी के दिशा निर्देशन में महिलाओं ने गौरा दीदी तू जाली पंयाला, घर बैना हम कसि कै रूला..., खोल दे माता खोल भवानी धरम केवाड़ा...,आदि झोड़ों का गायन कर गौरा-महेश को विदाई दी। गुमदेश के जिंडी में गौरा महोत्सव का आयोजन जारी है। महिलाओं ने मां गौरा की प्रतिमा के चारों और गोल घेरे पर झोड़े, चांचरी आदि का गायन किया।