कैलाश के लिए विदा हुई बधाण और दशोली की मां नंदा की डोलियों का गांव-गांव में भक्तों ने फूल-मालाओं से स्वागत किया। बुधवार को रात्रि प्रवास के लिए दशोली की मां नंदा की डोली कांडा गांव और बधाण की डोली मथकोट गांव पहुंची। बधाण की मां नंदा की चरबंग गांव में आचार्य ब्राह्मणों ने विशेष पूजाएं की। माता का शृंगार करने के बाद आरती की गई। कुरुड़ मंदिर समिति के अध्यक्ष मंशाराम गौड़ ने बताया कि ग्रामीणों ने माता को शृंगार सामग्री के साथ ही मुंगरी (मक्का), ककड़ी व स्थानीय उत्पाद भेंट किए। ध्याणियों ने मां नंदा के जागर गाए।