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DevBhoomi Insider Desk
• Fri, 21 Apr 2023 3:21 pm IST


खादी ग्राम उद्योग की सहायता से शुरू किया स्टार्टअप, अब दूसरों को भी दे रहे रोजगार


 जीवन में कई बार कुछ बड़ी मुसीबतें आ जाती हैं जो इंसान को तोड़कर रख देती हैं, लेकिन अगर इंसान के इस वक्त खुद को संभाल लिया तो उसे सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है।  कुछ ऐसी ही कहानी है उत्कर्ष मिश्रा की। पोस्ट ग्रेजुएट तक की पढ़ाई के बाद पोलूशन फ्री चीजें बनाने वाले उत्कर्ष मिश्रा आज खुद का स्टार्टअप शुरू कर कइयों को रोजगार दे रहे हैं। उत्कर्ष खादी ग्राम उद्योग विभाग की सहायता से अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं।
मालूम हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आम जनता से पॉलीथिन का  इस्तेमाल ने करने की अपील की थी। इसके बाद देशभर में पॉलिथीन पर बैन लग गया था।  इस बीच मार्च 2022 में उत्कर्ष ने कैरी बैग बनाने का स्टार्टअप शुरू कर दिया ताकि लोगों की पॉलीथिन की समस्‍या का हल निकाला जा सके।
उत्कर्ष मिश्रा ने पोस्ट ग्रेजुएट तक की पढ़ाई की है। इसके बाद उन्होंने साल  2017 और 2018 में पीसीएस परीक्षा दी लेकिन इसमें उन्हें सफलता नहीं मिली, फिर उन्होंने एनडीए का एक्जाम दिया, लेकिन  यहां भी उनके हाथ निराशा ही लगी। इसके बाद उन्‍होंने अपना रोजगार शुरू करने की ठानी और पत्नी अंजलि तथा बड़े भाई ज्ञानेश मिश्रा के सहयोग से  खादी ग्रामोद्योग विभाग से ऋण लेकर बिजनेस शुरू किया। उत्कर्ष का कारखाना अमेठी के गौरीगंज में स्थित सरस्वती विद्या मंदिर के पास है।
उनके इस कारखाने में 5 पुरुष और 9 महिलाएं काम करती हैं।  दरअसल ऑपरेटर, हेल्पर और बैग तैयार करने का काम पुरुष करते हैं. जबकि सिलाई करने की जिम्मेदारी महिलाओं को दी गई है।  उत्कर्ष मिश्रा कहते है कि  हमने लोगों को रोजगार देने के उद्देश्य से यह कारखाना शुरू किया। आज इसमें हम सब पर्यावरण को शुद्ध रखने वाले उत्पाद तैयार करते हैं। कारोबार शुरू करने के दौरान कुछ परेशानी आई थी लेकिन अब सब ठीक चल रहा है।