ऊर्जा निगम (Urja Nigam) हर महीने के बजाय, कभी दो तो कभी डेढ़ महीने में बिजली बिल दे रहा है। हैरानी की बात है बिजली बिलों में बड़ा खेल भी हो रहा है। डेढ़ महीने के बिल में दो महीने का फिक्स चार्ज जोड़ा जा रहा है। हालांकि, निदेशक-ऑपरेशन एमएल प्रसाद का कहना है कि फिक्स चार्ज साल में 12 महीने का ही लिया जाएगा। पिछले वित्त वर्ष से बिजली बिल में फिक्स चार्ज खर्च की गई यूनिट की बजाय कनेक्शन पर स्वीकृत लोड (किलोवॉट) के हिसाब से जोड़ा जा रहा है।
फिक्स चार्ज की दरें प्रति किलोवॉट प्रति महीने के हिसाब से तय हैं। पहले जितने दिन का बिल जेनरेट होता था, उतना ही फिक्स चार्ज जोड़ा जाता था। अब नए बिलों में दो महीने का फिक्स चार्ज जोड़ा जा रहा है। दून के एक उपभोक्ता को 25 फरवरी से 10 अप्रैल का 46 दिन का बिल दिया गया। तीन किलोवॉट के इस कनेक्शन पर 420 रुपये फिक्स चार्ज जोड़ा गया। उपभोक्ता ने इस अवधि में 97 यूनिट बिजली खर्च की। इसमें 286 रुपये 82 पैसे की बिजली की कीमत जोड़ी गई है।