उत्तराखंड में बारिश से बंद होती सड़कों को देखते हुए सरकार ने राज्य भर की गर्भवतियों को प्रसव से एक सप्ताह पूर्व अस्पताल पहुंचाने का निर्णय लिया है। जिन स्थानों तक संभव होगा वहां से गर्भवतियों को एम्बुलेंस के जरिए नहीं तो हेली एम्बुलेंस से एयर लिफ्ट कराया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि गर्भवतियों को जिला अस्पताल या फिर नजदीकी प्रसव की सुविधा वाले अस्पताल लाया जाएगा।
यदि अस्पताल में भर्ती करने के लिए बेड उपलब्ध नहीं हुए तो उन्हें नजदीकी धर्मशाला या होटल में रुकने की भी व्यवस्था की जाएगी। सरकार फिलहाल अगस्त औऱ सितंबर दो माह के लिए यह व्यवस्था लागू करने जा रही है। मानसून सीजन में भारी बारिश, सड़कों के बंद होने और आपदाओं को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
इस मामले में सभी सीएमओ को निर्देश दे दिए गए हैं। आशाओं की सूचना के आधार पर महिलाओं को अस्पताल पहुंचाने का काम किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के रिकार्ड के अनुसार राज्य में अगले दो महीनों में करीब 15 हजार प्रसव होने हैं।