पीरियड्स को लेकर तरह-तरह की चीजें सामने आती रहती हैं। हर महीने पीरियड्स आने से पहले महिलाओं में अलग-अलग तरह के संकेत देखने को मिलते हैं। कुछ महिलाएं मूड स्विंग्स को फेस करती हैं तो वहीं कुछ में ऐंठन जैसे लक्षण दिखते हैं, जैसे गैस और सूजन। लेकिन वहीं कुछ महिलाएं पीरियड्स से पहले लूज मोशन का अनुभव करती हैं। क्या आप जानती हैं कि ऐसा क्यों होता है। अगर नहीं तो यहां हम बता रहे हैं इसके होने का कारण और बचाव के तरीके-
पीरियड्स के दौरान लूज मोशन होने के कारण
पीरियड्स के दौरान होने वाली इस समस्या का कोई सटीक कारण नहीं है। हालांकि, कुछ वजहों से ऐसा हो सकते हैं।
हार्मोन में बदलाव- पीरियड्स साइकिल के दौरान हार्मोन के स्तर में परिवर्तन होता है और कुछ महिलाएं इन हार्मोनल परिवर्तनों के प्रति अधिक संवेदनशील होती हैं, जिससे लक्षण हो सकते हैं।
ब्रेन में केमिकल बदलाव- आपके ब्लड में न्यूरोट्रांसमीटर जैसे सेरोटोनिन और जीएबीए नामक अलग केमिकल पदार्थों के स्तर में उतार-चढ़ाव भी इन लक्षणों को ट्रिगर कर सकते हैं।
प्रोस्टाग्लांडिंस- ये वो केमिकल पदार्थ होते हैं जो पीरियड्स से ठीक पहले खून में रिलीज होते हैं। ये आंतों में संकुचन का कारण बनते हैं जो दस्त सहित गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण पैदा कर सकते हैं।
डिप्रेशन और चिंता- जिन महिलाओं को डिप्रेशन या चिंता होती है, वे इन लक्षणों को अधिक बार झेलती हैं, हालांकि इसके पीछे का कोई सही कारण नहीं है।
कैसे करें इससे बचाव?
डायट प्लान- कम मात्रा में, ज्यादा बार खाएं। इसी के साथ नमक और नमकीन खाने की चीजों को सीमित करें। जटिल कार्बोहाइड्रेट जैसे फल, सब्जियां और साबुत अनाज को डायट में शामिल करें और कैल्शियम युक्त डायट लें। इसी के साथ कैफीन और शराब से दूर रहें।
नियमित व्यायाम करें- हफ्ते के अधिकांश दिनों में 30 मिनट की मध्यम तीव्रता वाले व्यायाम जैसे तेज चलना, स्वीमिंग करने की कोशिश करें।
स्ट्रेस बस्टर- हेल्दी खाने के साथ अच्छी नींद हार्मोनल असंतुलन से संबंधित लक्षणों को कम करने में काफी मदद करती है। अपनी चॉइस के मुताबिक ध्यान और योग करें।