डॉ. पण्ड्या रामनवमी तक प्रतिदिन साधकों को ऑनलाइन करेंगे संबोधित
हरिद्वार।
गायत्री के सिद्ध साधक पं. श्रीराम शर्मा आचार्य की तपःस्थली शांतिकुंज में चैत्र नवरात्र साधना का आज विधिवत् शुभारंभ हो गया। साधना के प्रथम दिन की शुरुआत ध्यान साधना व हवन के साथ हुआ। नौ दिन चलने वाले इस साधनाकाल में गायत्री साधक कोरोना नियमों का पालन करते हुए साधना करेंगे।
नवसंवत्सर के इस पावन अवसर पर अपने संदेश में गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम राम को समर्पित चैत्र नवरात्रि के बाद ऋतु का परिवर्तन होने लगता है। इसलिए इस समय अपने आहार-विहार में विशेष ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि इन दिनों गायत्री महामंत्र के जप से आध्यात्मिक संरचना में सकारात्मक बदलाव होने लगता है, जो साधक को ऊँचा उठाने में सीढ़ी की भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी अनेक बीमारियों की खत्म होने की तथा अत्याचारियों के विचारों में सकारात्मक परिवर्तन हों, इसके लिए इन दिनों हम सभी मिलकर सर्वशक्तिमान माता से प्रार्थना करेंगे।
इससे पूर्व संकल्प गोष्ठी में आचार्यों ने साधना के नियम व अनुशासन विषय पर विस्तार से जानकारी दी। कहा कि चैत्र नवरात्र अनुष्ठान-साधना का दिव्यतम एवं श्रेष्ठतम मुहूर्त है। इस पावन अवसर पर किया जाने वाला अनुष्ठान सहस्रगुणी परिणाम लेकर आता है।