हरिद्वार। अपनी मांगों के समर्थन में लंबे समय से संघर्ष कर रहे भेल कर्मचारियों ने पी.पी. एवं बोनस के लिये संयुक्त समिति की बैठक ना बुलाये जाने, मृतक आश्रित को रेगुलर नौकरी ना दिए जाने, टर्म इंश्योरेंस लागू ना करने पर भेल प्रबन्धन के विरूद्व हीप मेन गेट पर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में शामिल हुए भेल के सैकड़ों श्रमिकों ने भेल प्रबन्धन के विरूद्ध नारेबाजी करते रोष प्रकट किया। हैवी इलैक्ट्रिकल्स वर्कर्स ट्रेड यूनियन के अध्यक्ष रामयश सिंह ने कहा कि करोना की आड़ में भेल प्रबन्धन ने मजदूरों को मिलने वाली सुविधाओं इंसेंटिव, बोनस, पी.पी., नाईट एलाउंस, कैन्टीन सब्जिडी, व्हीकल सब्जिडी आदि में या तो कटौती कर दी या तो बंद कर दिया है। जबकि अधिकारियों को मिलने वाली मोबाइल खरीदने, फर्नीचर, कर्टन आदि सुविधाओं में किसी भी प्रकार की कोई भी कटौती नहीं की गई है। कोरोना महामारी में कम्पनी को लॉस होने के बावजूद करोड़ों रूपयों का पी.आर.पी. बाँट दिया गया। लेकिन कर्मचारियों को मिलने वाले बोनस एवं पीपी को लेकर प्रबन्धन ने अभी तक बैठक भी नहीं बुलायी है। कर्मचारियों का वित्तीय वर्ष 2019-2020 एवं 2020-2021 का पी.पी. एवं बोनस अभी तक बकाया चल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्रीय नेताओं का भेल प्रबन्धन को मौन समर्थन मिल रहा है। जिसके फलस्वरूप भेल प्रबन्धन मजदूरों के पी.पी. व बोनस के भुगतान के लिये गम्भीर नहीं है।