पहाड़ में जहां एक ओर आमजन गुलदार के आतंक से त्रस्त है, वहीं वन महकमा आमजन को इससे निजात दिलाने के लिए कोई प्रयास नहीं कर रहा। हैरानी की बात तो यह है कि विभागीय उच्चाधिकारियों को स्वयं अपने अधीनस्थों को इस संबंध में कार्ययोजना तैयार करने की याद दिलानी पड़ रही है।
गुलदार के आतंक से जूझ रहे चौबट्टाखाल क्षेत्र के बाशिदों ने बीती नौ जुलाई को जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में ग्रामीणों को गुलदार के आतंक से निजात दिलाने के लिए ठोस उपाय करने की मांग की गई। साथ ही क्षेत्र में गुलदार की गणना की भी मांग की गई थी। ग्रामीणों की ओर से भेजे गए ज्ञापन को मुख्यमंत्री कार्यालय से अग्रिम कार्यवाही के लिए प्रमुख वन संरक्षक कार्यालय में भेज दिया गया। प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी ने वन संरक्षक (गढ़वाल वृत्त) को एक सप्ताह के भीतर उक्त पत्र पर कार्यवाही के निर्देश दिए व वन संरक्षक (गढ़वाल वृत्त) ने प्रभागीय वनाधिकारी से उक्त मांगों पर कार्ययोजना तैयार कर उनके समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।