रुद्रप्रयाग: नरकोटा गांव की महिलाओं ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना का काम रोकते हुए जमकर नारेबाजी की। उनका कहना था कि गांव के नीचे बनाई जा रही सुरंगों से मकानों व गौशालाओं में दरारें आ गई हैं। ऐसे में ग्रामीण खतरे के साए में जीवन यापन को मजबूर हैं। उन्होंने किसी अनहोनी पर आंदोलन की चेतावनी भी दी।बृहस्पतिवार को नरकोटा गांव की महिलाएं नारेबाजी करते हुए सुरंग निर्माण स्थल पर पहुंचीं और काम रुकवा दिया। उनका कहना था कि कार्यदायी संस्था सुरंग के लिए विस्फोट का उपयोग कर रही है। इससे उनके घरों, गौशालाओं, खेत और पैदल रास्तों में दरारें आ गई हैं। शासन, प्रशासन और रेलवे विकास निगम के अधिकारियों को समस्या से अवगत कराने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है।महिलाओं ने कहा कि एक माह पूर्व उप जिलाधिकारी अपर्णा ढौडियाल ने भी गांव पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया था। बाद में आरवीएनएल ने जो रिपोर्ट बनाई है, उसमें हकीकत नहीं है। उन्होंने आरवीएनएल के अधिकारियों पर ग्रामीणों को डराने और मुकदमे दर्ज करने की धमकी देने का आरोप भी लगाया।