मुनस्यारी के आपादा प्रभावितों को राहत न पहुंचाने वाले अधिकारियों पर गाज गिरी है। डीएम ने यहां पहुंचकर प्रभावितों की समस्याएं जानीं व व्यवस्थाओं को परखा। लंबे समय बाद क्षेत्र व आसपास के इलाकों में पेयजल आपूर्ति बहाल न होने पर डीएम ने नाराजगी जताई। उन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों का वेतन रोकने के आदेश दिए। कालीन प्लांट बंद होने पर भी उन्होंने उद्योग विभाग के अधिकारियों का वेतन रोका है। डीएम की इस कार्रवाई से अधिकारियों व कर्मचारियों से हड़कंप है। मंगलवार को डीएम आशीष चौहान ने मुनस्यारी पहुंचकर स्थानीय लोगों, आपदा प्रभावितों व अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ बैठक की। इस दौरान लोगों ने अपनी समस्याओं को प्रमुखता से डीएम के सामने रखा। लोगों ने कहा आपदा के 8 दिन बाद भी मुनस्यारी मुख्यालय व आसपास के 20 से अधिक गांवों में पेयजल आपूर्ति ठप है। इस पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए जल संस्थान के जिम्मेदार अधिकारियों का वेतन रोकने के आदेश दिए। लोगों ने कालीन प्लांट बंद होने का मामला भी उठाया। इस पर डीएम ने उद्योग विभाग के अधिकारियों का वेतन रोकने व प्लांट को जल्द संचालित करने के निर्देश दिए। बीते दिनों जीआईसी के कक्ष में अवैध लकड़ी का जखीरा मिलने व अब तक दोषियों के खिलाफ कार्रवाई न करने पर उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने को कहा। डीएम ने कहा प्रभावितों को हरसंभव राहत पहुंचाना प्रशासन की जिम्मेदारी है। उन्होंने एसडीएम को शीघ्र प्रभावितों को मुआवजा व अन्य राहत देने के निर्देश दिए। डीएम की इस कार्रवाई से अधिकारियों व कर्मचारियों में हड़कंप है। इस मौके पर डीडीओ गोपाल गिरी गोस्वामी, एसडीएम भगत सिंह फोनिया, तहसीलदार एके सिंह, भावना देवी, धन सिंह धामी, भूपेंद्र सहित कई लोग शामिल रहे।