टायर और पाट्र्स नहीं होने से उत्तराखंड रोडवेज की बसें वर्कशॉप में खड़ी हो गई हैं। इससे रूटों पर बसों का संकट खड़ा हो गया है। सबसे ज्यादा परेशानी पहाड़ी रूटों पर हो रही है। कुछ रूटों पर एक भी बस सेवा नहीं चल रही है, जिसके कारण यात्रियों को खासी दिक्कत उठानी पड़ रही है।
रोडवेज के पास 919 बसों का बेड़ा है, लेकिन टायर और पाट्र्स के अभाव में अधिकांश बसें वर्कशॉपों में खड़ी हो गई हैं। इसमें ज्यादातर बसें टायरों के लिए खड़ी हैं। दून के पर्वतीय डिपो की 84 बसें हैं। इसमें 27 बसें वर्कशॉप में खड़ी हैं। बाकी डिपों की बसों के भी यही हाल हैं। रबर खरीद नहीं होने से टायर रिट्रीट नहीं हो पा रहे हैं।