देहरादून/पिथौरागढ़: उत्तराखंड में 19 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों जोरों पर और अंतिम चरण में हैं. हर जिले में लोगों को मतदान करने की शपथ दिलाई जा रही है. उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने भी सोमवार को सचिवालय में सभी अधिकारियों/कर्मचारियों को मताधिकार की शपथ दिलायी. इसी दौरान उत्तराखंड के सीमांत जिले पिथौरागढ़ के एक इलाके का नजारा इसके विपरीत था.पिथौरागढ़ जिले के ढनौलासेरा के ग्रामीणों ने मतदान नहीं करने की कसम खाई है. अब जबकि मतदान में सिर्फ 3 दिन बचे हैं और चौथे दिन मतदान होना है, तो उनकी इस कसम ने शासन-प्रशासन की मुश्किल बढ़ा दी है. पिथौरागढ़-बागेश्वर जिले की अंतिम सीमा पर स्थित ढनौलासेरा के ग्रामीणों ने फिर लोकसभा चुनाव में मतदान नहीं करने की अपने गांव के मंदिर में कसम तक खा दी है. पिछले ग्रामीणों ने गांव में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य सहित विभिन्न समस्याओं का समाधान नहीं होने पर आगामी लोकसभा चुनाव में मतदान नहीं करने की चेतावनी का पत्र डीएम को भेजा था. जिसके बाद तहसीलदार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने गांव में बैठक कर समस्याओं का समाधान करने का भरोसा ग्रामीणों को दिया था. लेकिन उसके बाद कोई कार्रवाई नहीं होने से गुस्साए ग्रामीणों ने अब कसम खा दी है कि जब तक गांव की समस्याओं का समाधान नहीं होता है, किसी भी मतदान में भाग नहीं लिया जायेगा.