शनिवार रात से शुरू हुई बारिश ने समूचे कुमाऊं में जनजीवन अस्तव्यस्त कर दिया। जाती हुई यह मानसूनी बारिश सड़कों की शामत बनकर बरसी है। मलबा और भूस्खलन से कुमाऊं भर में 57 सड़कें बंद हो गईं हैं। इनके बंद होने से जहां तहां लोग फंस गए। लगातार हो रही इस बारिश से नदी नाले उफान पर हैं। नैनीझील, भीमताल झील और कोलीढेक झील का जलस्तर भी बढ़ गया है। काली नदी चेतावती स्तर के करीब बह रही है। गणाई गंगोली के राजकीय प्राथमिक विद्यालय सेरा बडोली की सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त हुई है।हालांकि उमस से झेल रहे लोगों को इस बारिश से राहत जरूर मिली है। 36 घंटे से भी कम की बारिश में पिथौरागढ़ जिले में 9 डिग्री तापमान गिरा है। शुक्रवार को 30 डिग्री तक पहुंचा तापमान रविवार शाम तक 21 डिग्री गया। तापमान में गिरावट के बाद धारचूला और मुनस्यारी के उच्च हिमालयी क्षेत्र में शीत लहर चलनी शुरू हो गई है। लोगों ने स्वेटर और गर्म कपड़े बाहर निकाल लिए हैं। वहीं सोमवार को भी बारिश के भारी अलर्ट को देखते हुए ऊधमसिंह नगर और चंपावत जिले में बारहवीं तक के स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों में छुट्टी घोषित की गई है।