झारखंड के जमशेदपुर में इतने दिन बीत जाने के बाद भी माहौल शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। एक बार फिर हिंसा भड़क गई है।
बताया जा रहा है कि, एक धार्मिक झंडे के कथित अपमान के बाद दो गुटों के बीच शास्त्रीनगर में हिंसक झड़क हो गई। उपद्रवियों ने जमकर पथराव किया साथ ही कई दुकानों और एक ऑटो-रिक्शा में आग लगा दी। बाद में स्थिती संभालने के लिए पुलिस ने रविवार शाम को क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू की। इतना ही नहीं भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े थे। उन्होंने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है। जो लोग जमा हुए थे उन्हें घर भेज दिया है। साथ ही पूरे इलाके में जवानों को तैनात कर दिया गया है।
वहीं अर्धसैनिक बलों ने आज सुबह इलाके में फ्लैग मार्च किया। तनाव को देखते हुए आंशिक रूप से मोबाइल इंटरनेट बंद कर दिया गया है। पूर्वी सिंहभूम जिले की उपायुक्त विजया जाधव ने कहा कि, कुछ असामाजिक तत्व शांति भंग करने की कोशिश कर रहे हैं। उनकी साजिश को विफल करने के लिए आम नागरिकों से सहयोग का अनुरोध किया।
पुलिस ने बताया कि, इलाके में शनिवार रात तब से ही तनाव व्याप्त है, जब एक स्थानीय संगठन के सदस्यों ने रामनवमी के झंडे को अपवित्र पाया। इससे पहले 31 मार्च की रात को भी रामनवमी पर जमकर हिंसा हुई थी। जुगसलाई जुलूस पहुंचते ही कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया था। इस घटना से गुस्साए लोगों ने बाटा चौक में हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर दिया।